प्रस्तावना
राष्ट्रीय गतिशील दिव्यांगजन संस्थान (रा.ग.दि.सं.) इसके पहले राष्ट्रीय अस्थि विकलांग संस्थान से परीचित थी की स्थापना वर्ष 1978 में भारत सरकार , समाज कल्याण मंत्रालय के अधीन सोसाइटीज पंजीकरण अधिनियम 1961 के अन्तर्गत एक स्वायत्त निकाय के रूप में कोलकाता ,पश्चिम बंगाल में की गई । यह संस्थान केन्द्र सरकार के अग्रिम संस्थानों में से एक है जो दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग , सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित है । यह संस्थान गतिशील दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्यरत एक शीर्ष संस्थान है जो बनहुगली कोलकाता पूर्ववर्ती पी.एन राय ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल के परिसर में स्थित है । राष्ट्रीय गतिशील दिव्यांगजन संस्थान दिव्यांगजनों को पुनर्वास-प्रबंधन, शिक्षण,प्रशिक्षण, अनुसंधान एवं मानव संसाधन विकास के माध्यम से उनके अंतर्निहित शक्ति और संभावनाओं को उपयुक्त बनाकर उन्हें जीवन की मुख्यधार से जोड़कर स्वतंत्र रूप से जीवन यापन करने की नई दिशा देने के साथ दिव्यांगजनों के लिए अपने क्षेत्रीय केन्द्रों,क्षेत्रीय अध्यायों तथा संयुक्त केन्द्रों के माध्यम से पूर्वोत्तर तथा उत्तराखण्ड राज्य में पुनर्वास संबंधित गतिविधियों को प्रोत्साहन दे रहा है ।
संस्थान की प्रमुख गतिविधियाँ निम्नलिखित है:
• गतिशील दिव्यांगता के क्षेत्र में जनशक्ति विकसित करना ।
• पुनर्वास से संबंधित सभी पहलुओं में अनुसंधान का संचालन और प्रायोजन करना ।
• पुनर्वास, पुनर्स्थापनात्मक सर्जरी, सहायता और उपकरण और व्यावसायिक प्रशिक्षण की सेवाएं प्रदान करना ।