बहिरंग रोगी विभाग
संस्थान ने अपने बाह्य और अंत: रोगी विभागों के माध्यम से गतिशील दिव्यांगजन को पुनर्वास की सेवाऐं प्रदान की । ओपीडी में मरीज देश के पूर्वी क्षेत्रों के राज्यों जैसे पश्चिम बंगाल,बिहार,पूर्वोत्तर राज्यों और कभी कभी पड़ोसी देशों जैसे बांग्लादेश,नेपाल,भूटान से भी आते है । ओपीडी में शल्य चिकित्सक ,भौतिक चिकित्सक,व्यावसायिक चिकित्सक,प्रोस्थेटिस्ट-आर्थोटिस्ट और सामाजिक-आर्थिक पुनर्वास विभाग के अन्य पुनर्वास पेशेवरों से युक्त एक टीम द्वारा रोगी का गहन मूल्यांकन एवं उनके विस्तृत पुनर्वास सेवाओं की योजना बनाई जाती है । संस्थान में मुख्य रूप से सेरेब्रल पाल्सी ,और जन्मजात अंग की कमियों /विकृतियों , अंग-विच्छेदन,रीढ़ की विकृति ऑटो इम्यून डिजऑर्डर ,स्पेस्टिक्स,न्यूरोमस्कूलर विकार ,अपक्षयी स्थितियों के लिए इनडोर प्रवेश, डॉयग्नास्टिक्स और री-कंस्ट्रक्टिव/रिहैबिलिटिव सर्जरी ,गतिशील समस्याओं और पोस्टपोलियों ,अवशिष्ट पक्षाघात रोग आदि के लिए अग्रणी चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध है । छोटी और बड़ी शल्यक्रिया द्वारा मरीजों के अंगों में सुधार किया गया । संस्थान निम्नलिखित इकाईयों के द्वारा पुनर्वास सेवाऐं प्रदान करता है –
0 चिकित्सा पुनर्वास विभाग
0 भौतिक चिकित्सा विभाग
0 व्यावसायिक चिकित्सा विभाग
0 कृत्रिम अंग प्रत्यंग विभाग
0 सामाजिक आर्थिक पुनर्वास सेवा विभाग
0 क्रॉस डिजिबिलिटी –शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र