व्यावसायिक चिकित्सा विभाग
व्यावसायिक चिकित्सा विभाग द्वारा रोगियों को विभागीय चिकित्सीय सेवाएं इनडोर, आउटडोर और आउटरीच के माध्यम से देने के साथ विभाग में जारी पाठ्यक्रमों के छात्रों को शिक्षण/प्रशिक्षण जैसे कार्यों का योजनाबद्ध तरह से सफल निष्पादन किया जाता है । दिव्यांगजन के दैनिक जीवन की गतिविधियों (एडीएल) में कार्यात्मक सुधार को बेहतर बनाने के लिए व्यावसायिक चिकित्सा विभाग द्वारा मूल्यांकन हेतु तदनुकूल तथा व्यक्तिपरक पद्धति अपनाया गया । दिव्यांगजनों के दैनिक जीवन की कार्यात्मकता को उन्नत रूप से निष्पादनार्थ व्यावसायिक चिकित्सा पद्धति के प्रयोग के साथ विभाग में उपलब्ध आधुनिक यंत्रों का उपयोग दिव्यांगों के कार्यात्मकता का निर्धारण उनके कार्यस्थल का आधुनिकीकरण एवं उनके कार्यकुशलता में वृद्धि तथा औद्यगिक संरचनाओं में कार्य दिवसों की हानियों की रोकथाम के लिये किया गया । अनुकूलित और सहायक उपकरणों का डिजाइन और विकास करना भी व्यावसायिक चिकित्सा विभाग का एक महत्वपूर्ण कार्य है। दिव्यांगों को सेवाएं देने के अलावा दीर्घकालिक और अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से मानव संसाधन विकास, चिकित्सक और अनुसंधान कार्यक्रमों के लिए पुनश्चर्या पाठ्यक्रम भी आयोजित किए गए इस विभाग के अधीन निम्नलिखित उप-इकाइयां है-
0 सामान्य व्यावसायिक चिकित्सा इकाई
0 बाल व्यावसायिक चिकित्सा इकाई
0 संवेदीक एकीकरण चिकित्सा इकाई
0 एडीएल प्रशिक्षण इकाई
0 स्प्लिंट और अनुकूली उपकरण
0 हस्त चिकित्सा इकाई
0 इएमजी बायो-फीडबैक इकाई
0 इंडोर व्यावसायिक चिकित्सा सेवा इकाई
0 कम्प्यूटर द्वारा हाथों की बीमारी का मूल्यांकन
0 संपूर्ण शरीर वाइब्रेटर
0 बी.टी.ई.